Simone Tata Success Story: 70,000 करोड़ का बिजनेस संभालने वाली Simone Tata की सफलता की कहानी,

mithlesh
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Simone Tata Success Story: क्या आपने Simone Naval Tata का नाम सुना हैं? अगर नहीं तो आपको बता दे की ये स्विस मूल की एक Indian businesswoman हैं। ये वो महिला हैं जो भारत में घूमने के लिए आई थी और 70,000 करोड़ के बिसनेस को संभाला । जब ये भारत आई तो यहाँ ये नवल टाटा से मिली और इन दोनों ने 1955 मे शादी कर ली। जिसके बाद से ये पेरमनेंटली भारत की ही होकर रह गई।  

आपको बता दे की ये महिला रतन टाटा की सौतेली माँ हैं। आज की इस पोस्ट में हम आपको “Simone Tata Success Story” के बारे में सारी जानकारी देने वाले है। चलिए जानते हैं Simone Tata के बारे में विस्तार से।

Simone Tata Success Story Overview

Simone Tata Success Story Overview

#1. कौन हैं Simone Tata?

आपको बता दे की Simone Tata टाटा ग्रुप के अध्यक्ष रतन टाटा की सौतेली माँ हैं। ये 1953 मे स्विट्जरलैंड से भारत घूमने आई थी। यहाँ पर इनकी मुलाकात रतन टाटा के पिता से हुई। और उसके बाद से इन दोनों ने शादी कर ली। Simone Tata ने नोइल टाटा को जन्म दिया। जो आज के समय में ट्रेंट और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष हैं।  

#2. Simone Tata ने लक्मे ब्रांड को जॉइन किया

जब Simone Tata ने बिजेनस में अपना कदम रखा तो सबसे पहले वो 1962 में लैक्मे ब्रांड से जुड़ी। आपको बता दे की 1962 में लैक्मे ब्रांड केवल एक छोटी सी सब्सिडीएरी कंपनी थी। जब Simone ने इस कंपनी में कदम रखा तो कंपनी की अपनी स्किल्स को बढ़ाते हुए वो बहुत जल्द ही लक्मे की मैनिजिंग डायरेक्टर बन गई।  इतना ही नहीं ये 1982 में चेयरपर्सन भी बन गई। आपकी जानकारी के लिए बता दे की Simone Tata ने इस कंपनी को Major Cosmetics Brands के तोर पर आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाई हैं।  

#3. ट्रेंट लिमिटेड मे Non-Executive Chairman के रूप में किया काम 

Simone Tata ने लैक्मे में अपनी क़ाबलियत दिखाने साथ साथ ये ट्रेंट लिमिटेड के Non-Executive Chairman के रूप में भी काम किया। Simone इस पद पर लगभग 30 अक्टूबर, 2006 तक रही। ये अवधि उनके करियर की अब तक की सबसे इम्पोर्टेन्ट चैप्टर बन गई हैं। इसमें इन्होने अपने बिजनेस स्किल्स से सबको चौंका दिया। इतना ही नहीं इन्होने बिजनेस की सभी Complications को समझा और उनका solution निकालते हुए ट्रेंट को एक बड़े ब्रांड में बदल दिया।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की अपनी स्ट्रटीजिक थिंकिंग और लीडरशिप के दम Simone Tata ने टाटा इंडस्ट्रीज में भी अच्छा नाम कमाया। यहाँ पर इन्होने टाटा इंडस्ट्रीज के बोर्ड में एक prestigious position को हासिल कर लिया था। इनकी बिजनेस स्किल्स की हर कोई दात देता था।  

#4. लक्मे ब्रांड को बेच ट्रेंट को बनाया एक बड़ा ब्रांड 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, Simone Tata ने अपनी बिजनेस स्किल्स के आधार पर एक बाद कदम उठाया। उन्होंने ने पूरी प्लानिंग के साथ 1996 में एक ख़ास प्रोजेक्ट के लिए लैक्मे ब्रांड को बेच दिया। इन्होने लैक्मे ब्रांड को हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड (HUL) को बेचा था।  

लैक्मे ब्रांड को बेचने से जो पैसे मिले उन पैसो से Simone Tata ने ट्रेंट को एक बड़ा ब्रांड बना दिया। इसके साथ ही  ट्रेंट लिमिटेड भारत के रीटेल मार्केट मे एक पक्की खिलाडी बन गई। आपको बता दे की Simone Tata ने लक्मे और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) से जो डील की थी उसका फायदा शेयरहोल्डर्स को भी हुआ था। इन शेयरहोल्डर्स को ट्रेंट लिमिटेड अपनी अपनी भागीदारी मिल गई थी।  

#5. ट्रेंट लिमिटेड का मार्केट कैपिटलिज़ैशन हैं 7.68 बिलियन डॉलर 

आपकी जानकारी के लिए बता दे की आज के समय में ट्रेंट लिमिटेड का मार्केट कैपिटलिज़ैशन 7.68 बिलियन डॉलर है। इस ट्रेंट लिमिटेड के अंदर बहुत से ब्रांड आते हैं।  जैसे वेस्टसाइड, ये एक फेमस फैशन ब्रांड है।  ट्रेंट लिमिटेड के अंदर लैंडमार्क आता हैं जो की एक बहुत ही famous बुक स्टोर है। इसके साथ ही इसमें जुडीओ ब्रांड भी आता हैं। जो सस्ते फैशन ब्रांड के तौर पर फेमस हैं।  

इतना ही नहीं, इस ट्रेंट लिमिटेड के अंदर मीसबू ब्रांड आता है। ये एक स्टार बाजार हैं। आपको बता दे की Simone Tata आज इस दुनिया में नहीं हैं। इन्होने 30 अक्टूबर 2006 तक Non-executive chairman के रूप में ट्रेंट लिमिटेड में काम किया था।  

#6. Simone Tata की विरासत अब उनके बेटे नोएल टाटा के पास 

Simone Tata के गुजर जाने के बाद अब उनकी विरासत उनके बेटे नोएल टाटा संभाल रहे हैं। नोएल टाटा टाटा स्टील के वाइस चेयरमैन के रूप में काम कर रहे हैं। नोएल टाटा ने अपनी माँ से बहुत कुछ सीखा हैं।  नोएल टाटा पास Simone Tata का अनुभव हैं जो इन्हे विरासत में मिला है। अपनी माँ की तरह ये अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं।

निष्कर्ष     

Simone Tata की सफलता की कहानी एक inspirational कहानी है। एक स्विस महिला के रूप में, उन्होंने भारत आकर टाटा समूह के साथ काम किया और एक सफल business woman बनीं। उन्होंने लैक्मे और ट्रेंट जैसे महत्वपूर्ण ब्रांडों को विकसित करने में vital role निभाया हैं।  

Simone Tata की सफलता के पीछे कई कारक हैं। उनमें से एक उनकी strong leadership abilities है। उन्होंने हमेशा अपने कर्मचारियों के साथ एक मजबूत संबंध बनाए रखा और उन्हें सफल होने के लिए प्रेरित किया। उनमें एक मजबूत business vision भी थी। उन्होंने हमेशा अपने व्यवसायों के लिए long term plan बनाई और उन्हें सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।

Simone Tata की सफलता का एक और महत्वपूर्ण कारक उनका साहस है। उन्होंने हमेशा नए अवसरों को अपनाने से नहीं डरीं। उन्होंने लैक्मे ब्रांड को बेचने का फैसला किया, भले ही यह एक कठिन निर्णय था। लेकिन इस फैसले ने उन्हें ट्रेंट को एक सफल ब्रांड बनाने के लिए आवश्यक money और resources provide किए।

Simone Tata की सफलता एक उदाहरण है कि कैसे hard work, determination और courage से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। वह एक inspirational woman थीं जिन्होंने भारत की business world में एक significant contribution दिया। आशा करते हैं की आपको “Simone Tata Success Story” पसंद आई होगी।  

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