Goli Vada Pav Success Story:आपने अब तक बहुत से Startup Founders की कहानी सुनी होगी। जिन्होंने अपने बिजनेस की शुरआत कम पैसो से की और आज के समय में करोडो के मालिक हैं। आज हम आपके सामने एक ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं।
क्या आपने वेंकटेश अय्यर का नाम सुना हैं? अगर नही, तो आपको बता दे की ये वो इंसान हैं जिन्होंने वड़ा पाव की मदद से एक बड़ी कम्पनी बना दी। जिसकी कीमत आज के समय में करोडो रुपए हैं। इन्होने कड़ी मेहनत और लगन से अपनी किस्मत बदल डाली और एक बड़े business man बन गए हैं।
आज की इस पोस्ट में हम आपको “Goli Vada Pav Success Story” के बारे में बताने वाले हैं। इसके साथ ही हम आपको बताएंगे की आज के समय में इनके कितने Outlets हैं। चलिए जानते हैं की कैसे इस लड़के वेंकटेस अय्यर ने वड़ा पाव से करोड़ो रुपए कमाए।
Overview of Goli Vada Pav Success Story
Key Points | Details |
Founder | Venkatesh Iyer |
Background | Born in a Tamil family in India |
Early Life | Childhood interest in studies; family emphasized education |
Inspiration for Business | Observation of the popularity of foreign fast food in India led to the idea of Vada Pav |
Business Name | Goli Vada Pav |
Year of Establishment | 2004 |
Initial Challenges | Faced numerous challenges but persevered with determination |
Business Philosophy | Inspired by Narayana Murthy; committed to helping the needy |
Current Status | Over 350 outlets across India |
First Outlet Location | Thane, Maharashtra |
Popular Dish | Vada Pav is more popular in Maharashtra |
Business Growth | From a single store to a nationwide chain |
Entrepreneurial Values | Emphasis on hard work, perseverance, and helping the community |
कौन हैं ये वेंकटेश अय्यर?
आपको बता दे की वेंकटेश अय्यर भारत के रहने वाले हैं। इनका जन्म एक तमिल परिवार में हुआ था। बचपन से इनकी रुचि पढ़ाई लिखाई में कम थी। इनके परिवार वाले हमेशा इनको पढ़ने के लिए कहते थे। वो कहते थे की अगर तुम पढ़ाई नहीं करोगे तो तुम्हे अच्छी नौकरी नहीं मिलेगी। जब वेंकटेश छोटे थे तो उसके आस पास के लोगो को हमेशा यही लगता था की ये बड़े होकर कभी कुछ नहीं कर पाएंगे।
जाने कैसे शुरआत हुई Goli Vada Pav Success Story
एक दिन जब वेंकटेस अय्यर मुंबई में जॉब करने गए तो उन्होंने एक मैकडोनाल्ड रेस्टोरेंट को देखा। वह 40 फीट लंबे बैनर पर बर्गर बना हुआ था। उसे देखते ही उन्होंने सोचा जब भारत देश में विदेश चीजे यानि विदेशी बर्गर इतना पसंद किया जा सकता हैं तो हमारा देसी वड़ा पाव पसंद क्यों नहीं किया जा सकता।
इसके बाद से इन्होने वड़ा पाव का बिजनेस शुरू करने की सोची। इसके बाद Goli Vada Pav नाम से इन्होने 2004 में अपना बिजनेस शुरू कर दिया। और यही से शुरू हुई वेंकटेस अय्यर की बिजनेस की शुरुआत।
शुरुवात में करना पड़ा था कई मुसीबतों का सामना
जब वेंकटेस अय्यर अपना वड़ा पाव बिजनेस शुरू किया तो उनके सामने बहुत सी मुसीबते आई। परन्तु उन्होंने हार न मानते हुए हर मुसीबत का डट कर सामना किया। उनकी इस मेहनत और लगन से आज इनकी ये कम्पनी करोड़ो की हैं।
वेंकटेस अय्यर भारतीय बिजनेस मैन नारायण मूर्ति को काफी पसंद करते हैं। उनसे प्रभावित होते हुए वेंकटेस अय्यर जरूरतमंद लोगों की भी मदद करने के लिए भी तैयार रहते हैं।
आज खुल चुके हैं 300 से ज्यादा Outlets
इनकी कम्पनी का नाम Goli Vada Pav हैं। आज के समय में देश भर में इनके कुल 350 आउटलेट्स हैं। इन्होंने अपन सबसे पहला स्टोर ठाणें में ओपन किया था। वेंकटेश का कहना हैं की ज्यादातर सभी घरो में लोग इडली, डोसा और पोंगल खाते हैं। वही दूसरी और मुंबई में वड़ा पाव ज्यादा खाया जाता हैं। महाराष्ट्र में वड़ा पाव फिल्मों में एक ‘आइटम नंबर’ के जैसे ही पसंद किया जाता हैं।
निष्कर्ष
वेंकटेश अय्यर की कहानी एक inspirational कहानी है। उन्होंने एक छोटे से शहर से निकलकर अपने कड़े परिश्रम और लगन से करोड़ों की कंपनी खड़ी कर ली। वेंकटेश अय्यर ने शुरू से ही अपने दिमाग में एक लक्ष्य रखा था और उस लक्ष्य को पाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हर मुसीबत का डटकर सामना किया।
वेंकटेश अय्यर की सफलता की कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर हम अपने लक्ष्य पर Concentrate करें और कड़ी मेहनत करें, तो हम किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।
आज की इस पोस्ट में हमने आपको “Goli Vada Pav Success Story” के बारे में जानकारी दी हैं। अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हैं तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि बाकि लोग भी इससे प्रभावित हो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।
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