Journey of Subrata Roy: 2000 रुपये से 1.5 लाख करोड़ तक का सफर, एक उभरते हुए बिजनेस साम्राज्य की कहानी

mithlesh
11 Min Read

Journey of Subrata Roy: आज हम आपके पास एक ऐसे इंसान की कहानी लेकर आए हैं जिसने 1978 में हजार-डेढ़ हजार रुपये से शुरुआत कर 36 सालों में डेढ़ लाख करोड़ से ऊपर का बिजनेस एंपायर खड़ा कर दिया हैं। दरअसल ये गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने वाले नौजवान की कहानी हैं  क्या आप जानते हैं की हम किसी बात कर रहे हैं? 

ये और कोई नहीं बल्कि सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा हैं। आपको बता दे की इनका बिजनेस फाइनेंस, रीयल एस्टेट, मीडिया, हेल्थकेयर, एंटरटेनमेंट, कंज्यूमर गुड्स और टूरिज्म के साथ साथ  विदेशों तक फैला हुआ है। चलिए विस्तार से जानते है सहारा इंडिया परिवार के चेयरमैन सुब्रत रॉय “Journey of Subrata Roy” की कहानी।  

Overview Of The Journey of Subrata Roy 

Subrata Roy

भारत से लेकर न्यूयार्क तक फैला कारोबार 

सुब्रत रॉय “Journey of Subrata Roy” ने साल 1978 में सहारा ग्रुप को बनाया था।अब इनकी उम्र करीब 65 साल की हो गई हैं। सुब्रत रॉय ने अपने करियर की शुरुआत गोरखपुर से की थी। आपको बता दे की सुब्रत रॉय और सहारा ग्रुप का मुंबई  में एंबे वैली सिटी और लंदन में ग्रॉसवर्नर हाउस हैं। 

इनका न्यूयार्क में न्यूयार्क प्लाजा होटल एक स्वप्न लोक के जैसा है। जिसमें सभी सुविधाए हैं। सुब्रत रॉय के सहारा इंडिया का हेडक्वार्टर लखनऊ में है। सुब्रत रॉय अपनी कामयाबी की वजह से टाइम मैग्जीन के साथ साथ कई पत्र-पत्रिकाओं में पहले पेज पर आते हैं। अपनी कामयाबी के चलते सुब्रत रॉय को बहुत से awards भी मिले हैं जिनकी जानकारी नीचे दी गई हैं।  

YearAward/RecognitionInstitution/Organization
2013Doctorate DegreeUniversity of East London
2011Business Icon of the YearLondon
2011D. Lit DegreeLalit Narayan Mithila Vishwavidyalaya, Darbhanga
2012Among India’s Top 10 Influential BusinesspeopleIndia Today
2004Named Second Largest Employer in India by Time MagazineTime Magazine
2007IT-TV Icon of the Year
2004Global Leadership Award
2002Business of the Year Award
2010Special National Aviation Award
2010Vocational Award for ExcellenceRotary International
1994Karma Veer Samman
1992Baba-e-Rozgar Award
1994Udyam Shree
2001The National Citizens Award
2013Indian Television Academy Award
Journey of Subrata Roy

जाने कैसे हुई सहारा ग्रुप की शुरुआत 

जैसे की हम पहले ही बता चुके हैं की सुब्रत रॉय “Journey of Subrata Roy” ने 1978 में सहारा ग्रुप की शुरुआत की थी। इस ग्रुप की शुरुआत सहारा बैंकिंग से हुई थी। इसमें बड़ी तादाद में बहुत से जमाकर्ताओं को जोड़ा गया। अब सहारा ग्रुप के निवेश के सेक्टर ने भी तरक्की की राह पकड़ ली।  

इन्होने रीयल एस्टेट कंपनी और हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कार्पोरेशन जैसी कंपनी के जरिये देश भर में एक बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी। इसके साथ ही इन्होने कई आवासीय योजनाओ की भी शुरुआत की।  

आपको बता दे की सहारा ग्रुप ने कानपुर, गोरखपुर, हैदराबाद, भोपाल,  गुड़गांव, पुणे  और कोच्चि जैसे शहरो में भी आवासीय योजनाएं शुरू कीं। इन्होने हिंदी के साथ साथ अन्य भाषाओ में भी न्यूज, एंटरटेनमेंट चैनल और newspaper शुरू किए। सहारा ग्रुप ने अमेरिकन बिल्डिंग कंपनी से भी संबंध बनाए।  

होटल से लेकर एजूकेशन के क्षेत्र में भी जमाए हाथ 

सुब्रत रॉय “Journey of Subrata Roy” ने मुंबई में सहारा स्टार होटल खोला जो की शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हैं।  इनके कई होल्ट्स विदेशो में भी हैं। इन्होने रिटेल सेक्टर में क्यू शॉप की शुरआत के साथ साथ बिजली उत्पादन के क्षेत्र में निवेश किया। एजूकेशन के क्षेत्र में सहारा ग्रुप ने अपने हाथ जमाए और इसके साथ ही एयर सहारा की शुरुआत की।  भारत की राजधानी दिल्ली में साहारा कालेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेंज की स्थापना की।  

क्रिकेट से लेकर फॉर्मूला-1 तक पकड़

सहारा ग्रुप भारतीय क्रिकट टीम का लबे समय तक स्पॉन्सर रहा हैं। इसके साथ ही अब ये हॉकी टीम को भी स्पॉन्सर कर चुका है। इस ग्रुप के पास फॉर्मूला-वन रेस के बड़े स्टेक भी हैं। आपको बता दे की सहारा ग्रुप खिलाड़ियों और फिल्मी हस्तियों के साथ चर्चा में आता ही रहता  है। इस ग्रुप ने सहारा सिटी, सहारा एस्टेट, और  सहारा होम्स आदि बनाए। इन्होने गोमती नगर में 350 बेड का एक सहारा हॉस्पिटल भी बनवाया हैं। 

इनकी सुरक्षा के आगे अखिलेश भी फेल

Journey of Subrata Roy सुब्रत रॉय ने इतनी कामयाबी हासिल कर ली की अब इनको अपनी सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड रखने पड़ रहे हैं। आपको जानकार हैरानी होगी की इनकी सिक्योरिटी के सामने सीएम की सिक्योरिटी भी फेल हो जाती हैं।  सुब्रत रॉय के साथ अब हर समय प्राइवेट सुरक्षा गार्ड और भारी पुलिस बल रहता था। यहाँ तक की वकीलों का पैनल भी उनके साथ कदम मिलाकर चलता था।  

जाने सुब्रत रॉय को क्यों किया गिरफ्तार 

आपकी जानकारी के लिए बता दे की सहारा ग्रुप की दो कंपनियों हैं। सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन। साल 2008 से 2011 के बीच सहारा गोप कम्पनियो ने रियल एस्टेट में निवेश करने के नाम पर वैकल्पिक पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर (ओएफसीडी) के जरिए 17,400 करोड़ रुपये जुटाए थे। आपको बता दे की ये पैसे तीन करोड़ से अधिक निवेशकों से जमा किए गए थे।  

जब सहारा प्राइम सिटी ने आईपीओ लाने के लिए साल 2009 में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानि सेबी के सामने रिकॉर्ड रखे तो सेबी को इन डाक्यूमेंट्स में कुछ गड़बड़ी लगी। तभी सेबी के पास रोशन लाल नाम का एक व्यक्ति आता हैं और सहारा ग्रुप के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करवाता है। जिसके बाद साल 2010 में सेबी ने दोनों कंपनियों की जांच करने के आदेश दिए।

लखनऊ पुलिस ने किया सुब्रत रॉय को गिरफ्तार

लखनऊ पुलिस ने Supreme court के गैर जमानती वारंट पर सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस रॉय को लेकर सीजेएम के पास गई। कोर्ट ने पुलिस और रॉय के वकील की बात सुनने के बाद सुब्रत रॉय को चार मार्च तक के लिए गोमतीनगर पुलिस की कस्टडी में दे दिया।

सूत्र के मुताबिक पुलिस ने रॉय को वन विभाग के कुकरैल गेस्ट हाउस में रखने का फैसला किया था। जब कोर्ट के उनसे पूछा तो रॉय ने अपने घर पर ही रहने की इच्छा जताई थी। फ़िलहाल सीजेएम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को उच्चतम न्यायालय में पेश करने के लिए कहा था।

वापस नहीं होगा नॉन बेलेबल वॉरेंट

जब सुब्रत रॉय ने गैर जमानती वारंट को वापस लेने के सुप्रीम कोर्ट से request की तो सुप्रीम कोर्ट ने उनकी इस request को खारिश कर दिया।  आपको बता दे की सुब्रत रॉय दो बार वारंट वापस लेने के संबंध में गुहार लगा चुके हैं। लेकिन दोनों ही बार सुप्रीम कोर्ट ने उनके इस आग्रह को मना कर दिया हैं।   

सुब्रत रॉय सहारा ने सीजेएम कोर्ट के लिए एक बयान लिखा जो कुछ इस तरह था- ‘मेरे ऑफिस, मेरे सहकर्मियों, और परिवारजनों के साथ संबंधियों के फ़ोन और sms आ रहे हैं।  इसके साथ ही मुझे मीडिया से भी फोन और एसएमएस आ रहे हैं। वे सब मुझसे जानना चाहते हैं। मेरा तो सिर्फ इतना ही कहना है कि मेरा देश इससे बेहतर मेरा सम्मान कभी नहीं कर सकता।’ मुझे इतनी इज्जत देने के लिए शुक्रिया।  

सहारा ने सफाई देते हुए सेबी पर लगाए आरोप

सहारा के प्रमुख सुब्रत रॉय ने अपनी सफाई में कहा की सहारा ने सेबी के पास 5,120 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। ये रकम वो रकम हैं जो निवेशकों को लौटाने के लिए दी गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में गुरुवार को सहारा की मीडिया और हाउसिंग कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली।

सहारा वन मीडिया एंड इंटरटेनमेंट का शेयर में 2.99 फीसदी की गिरावट के साथ 60.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ। वहीं, सहारा हाउसिंग फिना कॉरपोरेशन का शेयर 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 38.45 रुपये के भाव पर रहा।

निष्कर्ष 

सुब्रत रॉय की कहानी “Journey of Subrata Roy ” एक प्रेरणादायक कहानी है। एक छोटे से शहर से निकलकर उन्होंने एक विशाल बिजनेस साम्राज्य खड़ा किया। उन्होंने अपने hard work, dedication और determination से यह मुकाम हासिल किया। हालांकि, “Journey of Subrata Roy ” उनकी सफलता का सफर हमेशा आसान नहीं रहा। उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार आगे बढ़ते रहे।

Also Read :

Share this Article
Leave a comment