Wireless EV Charging : जैसे जैसे पूरी दुनिया में electric vehicles की लोकप्रियता और डिमांड बढ़ती जा रही हैं वैसे वैसे ही चार्जिंग को लेकर भी नए नए experiment भी किए जा रहे हैं। अब आप electric vehicles को भी वायरलेस चार्जिंग तकनीक से चार्ज कर सकते हैं।
अब तक हम लोगो ने स्मार्टफोन को वायरलेस चार्जर से चार्ज करने की Technique के बारे में ही सुना हैं। परंतु अब नई टेक्नोलॉजी के तहत हम अब इलेक्ट्रिक कारों को भी बिना किसी वायर से कनेक्ट चार्ज कर सकेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की जापान एक new technology को develop कर रही हैं। जिसके जरिये आप इलेक्ट्रिक कारों को Wireless EV Charging से charge कर पाएंगे। इस पोस्ट में आज हम आपको जापान की इस new technology “Wireless EV Charging ” और उससे जुड़ी सारी जानकारी देने वाले हैं।
Overview of Wireless EV Charging

Specification | Details |
Project Name | Wireless Charging Infrastructure Pilot Project |
Location | Kashiwano-ha, Tokyo, Japan |
Technology | Wireless Charging for Electric Cars |
Initiating Organizations | Tokyo and Chiba Universities, Supported by Companies like Bridgestone, NSK, and Denso |
Charging Method | Inductive Charging Using Coils Embedded in the Road Surface |
Charging Time | Approximately 10 seconds near traffic signals (1 km range added per minute of charge) |
Special Device | Specific Device Installed in Electric Vehicle Tires to Trigger Charging Process |
Project Duration | October to March (Pilot Phase) |
Impact on Range | About 1 km (0.6 miles) added per minute of charge; approximately 6 km added in one minute if the vehicle stops for a minute near traffic signals |
Future Plans | Evaluation of Pilot Project Results; Consideration for Widespread Implementation if Successful |
वायरलेस चार्जिंग इंफ्रा का पायलट प्रोजेक्ट
आप तो जानते ही है की जापान में नयी नयी तकनीक को डेवलप किया जाता हैं। हाल ही में जापानी में एक प्रोजेक्ट शुरू हुआ हैं जिसका नाम हैं Wireless EV Charging इंफ्रा का पायलट प्रोजेक्ट। इस प्रोजेक्ट के तहत अब ट्रैफिक लाइट्स की मदद से सड़क पर चल रही इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की ये वायरलेस चार्जिंग इंफ्रा का पायलट प्रोजेक्ट को टोक्यो के पास एक शहर काशीवानोहा में शुरू किया गया है। आपको बता दे की इस city को स्मार्ट सिटी कहा जाता है। क्या आप जानते ही की इस प्रोजेकट को टोक्यो और चिबा विश्वविद्यालयों द्वारा टायर निर्माता ब्रिजस्टोन और ऑटो पार्ट्स निर्माता एनएसके और डेंसो सहित नौ कंपनियों के समर्थन से चलाया जा रहा हैं।
इन-मोशन बिजली सप्लाई सिस्टम को किया डेवलप

टोक्यो विश्वविद्यालय ने इस प्रोजेक्ट के जरिए इन-मोशन बिजली सप्लाई सिस्टम को भी डेवलप किया हैं। आपको बता दे की Researcher लागतार इस सिस्टम की एबिलिटी, ड्यूरेबिलिटी और Vehicle को लगातार कैसे चार्ज रखे इसकी testing करना चाहते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस सिस्टम में प्रीकास्ट चार्जिंग कॉइल्स को ट्रैफिक लाइट के सामने सड़क की सतह पर ही लगाया गया है। सूत्रों के मुताबिक जब सड़क पर किसी इलेक्ट्रिक वाहन की presence का पता चलता हैं तभी इस वायरलेस चार्जर से करंट गुजरता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के टायरों में किया गया एक विशेष तरह का डिवाइस इस्तेमाल
आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस सिस्टम को सही ढंग से चलाने के लिए इन इलेक्ट्रिक वाहनों के टायरों में एक special डिवाइस इस्तेमाल किया गया हैं। आपको बता दे की ये डिवाइस ट्रैफिक सिग्नल से निकलने वाले इलेक्ट्रिकसिटी को ऑब्जर्व करते हैं। और उसके बाद ये device कार की बैटरी को power भेजती हैं जिसके बाद इस electric Vehicle को चार्ज करने की Process शुरू होता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की Wireless EV Charging technique तभी काम करेगी जब वाहन की रफ्तार धीमी होगी। वैसे तो ट्रैफिक सिग्नल पर सभी वाहनों की रफ़्तार धीमी ही होती हैं और इसके साथ ही वाहन थोड़ी देर के लिए जरूर रूकते हैं।
यदि कार तकरीबन 10 सेकंड तक इस कॉइल के पास गुजरती हैं तो उसकी बैटरी इतनी तो चार्ज हो जाती है कि आपको इसमें लगभग 1 किमी (0.6 मील) की रेंज मिलती हैं। इस device को अभी तक बहुत कम ही सिग्नल्स पर लगाया गया हैं। जापान के अनुसार, अगर ये प्रोजेक्ट कामयाब रहा तो इसको बाकि के traffic सिग्नल्स को लगाने की योजना बनाई जा रही हैं।
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अक्टूबर से 10 मार्च तक किया जा सकता हैं आयोजित
सूत्रों के मुताबिक, टोक्यो विश्वविद्यालय ने कहा हैं की इस experiment को अक्टूबर से 10 मार्च तक परिवहन मंत्रालय के निर्देशन में आयोजित किया जाएगा। उसके बाद इसकी जांच होगी अगर ये successful रहा तो भविष्य में इस तकनीक के इस्तेमाल पर विचार किया जाएगा।
Wireless EV Charging सिस्टम इलेक्ट्रिक वाहनों के experiment में उठाया गया एक बड़ा कदम हैं। आप इस तकनीक का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों को आसानी से चार्ज कर सकते हैं।
एक मिनट में तकरीबन 6 किमी की रेंज
आपको जानकार हैरानी होगी की यदि कार ट्रैफिक सिग्नल के पास एक मिनट तक रुकती हैं तो इनकी charging इतनी तो हो जाती है की एक मिनट में तकरीबन 6 किमी की रेंज तय कर सकती हैं। इसके अलावा यदि इलेक्ट्रिक वाहन ट्रैफिक सिग्नल पर लगे कॉइल के पास से 10 सेकंड में गुजरता है तो ये 1 किमी (0.6 मील) की दूरी तय कर सकता है।
निष्कर्ष
जापान में शुरू हुआ Wireless EV Charging इंफ्रा का पायलट प्रोजेक्टजो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह तकनीक इलेक्ट्रिक वाहनों को बिना किसी तार के चार्ज करने की अनुमति देती है, जिससे चार्जिंग Process को easy और convenient बनाती है।
इस प्रोजेक्ट के तहत, ट्रैफिक लाइट के सामने सड़क की सतह पर Precast Charging Coils लगाए गए हैं। जब कोई इलेक्ट्रिक वाहन इन कॉइल्स के पास से गुजरता है, तो उसके टायरों में लगे एक विशेष Device द्वारा ट्रैफिक लाइट से निकलने वाली बिजली को absorbed किया जाता है और कार की बैटरी को चार्ज किया जाता है।
कुल मिलाकर, जापान में शुरू हुआ Wireless EV Charging इंफ्रा का पायलट प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक promising development है। यह तकनीक इलेक्ट्रिक वाहनों को more viable और popular बनाने की Capacity रखती है। अगर आपको Wireless EV Charging से जुडी ये जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने dosto के साथ share करे ताकि वो भी इस जानकारी का लाभ उठा सके।
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